कोरोना से ग्रसित मरीजों के लिए एक उम्मीद की किरण है। DCGI ने भारतीय कंपनी Zydus Cadila की Virafin दवा को मंजूरी दी हैं विराफिन एक एंटीवायरल दवा है जो कोरोना के संक्रमण के बाद मरीज को सिरिंज के द्वारा लगाई जाएगी। विराफिन बाजार में कोई नया नाम नहीं है पिछले 20 सालों से हेपेटाइटस ए और हेपेटाइटस बी के इस्तेमाल में उपयोग ली जा रही हैं।
विराफिन के फायदे
- इसका एक डोज लेने के 7 बाद ही RT-PCR कोविड टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं।
- इसके एक डोज के बाद ऑक्सीजन की बहुत कम जरूरत हैं। अर्थात अब ऑक्सीजन की समस्या से भी कुछ राहत मिलेगी।
- 91.15% मरीज सिर्फ 7 दिन में ठीक हो गए।
- इसके डोज के बाद सिर्फ 56 घण्टे की ऑक्सीजन देनी पड़ी। वरना 84 घण्टे ऑक्सीजन देनी पड़ती हैं।
विराफिन की रेट
अभी तक तय नहीं कि गयी हैं।
लेकिन Zydus एक स्वदेशी कंपनी हैं इसलिए इसकी रेट बहुत कम रहेगी।
विराफिन मिलेगी कब ?
1 मई से हॉस्पिटल में मिलनी शुरू हो जाएगी।
कोरोना के मामलों में हर रोज़ तेज़ी देखने को मिल रही है। हेल्थ मिनिस्ट्री की जानिब से शनिवार को जारी किए आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में साढ़ें तीन लाख के करीब कोरोना के मामले आए हैं। वहीं 2600 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
हेल्थ मिनिस्ट्री ने बताया कि पिछले 24 घंटों में 3,46,786 नए कोरोना के मरीज आए। जिसके बाद कुल मरीजों की तादाद 1,66,10,481 पहुंच गई। वहीं 2,624 लोगों की मौत हुई है। जिसके बाद कुल मरने वालों की तादाद 1,89,544 पहुंच गई है। वहीं अब तक 1,38,67,997 लोगों ने इस बीमारी को शिकस्त दे चुके हैं। जिसके बाद एक्टिव मामलों की तादाद 25,52,940 पहुंच गई है।
वहीं अगर वैक्सीनेशन के बात करें तो अब तक 13,83,79,832 लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है।
दोस्तों आपको क्या लगता हैं की विराफिन कोरोना वायरस पर असरदार रहेगी ? हमें कमेंट में जरूर बताना।