यूक्रेन (Ukraine) के नाटो (NATO) में शामिल होने की जिद्द और रूस की नाटो (NATO) से चीढ़ के कारण आज दोनों देशों में युद्ध की शुरुआत हो चुकी है, रूस(Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य ऑपरेशन शुरू करने का आदेश दे दिया है।
लेकिन अब देखने वाली बात यह है कि क्या नाटो के सभी 30 सदस्य एक साथ रूस पर हमला करेंगे? क्या अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और तुर्की रूस पर हमला करेंगे?
क्योंकि अमेरिका बार-बार रूस पर हमले की धमकी दे रहा है और नाटो के नियम के अनुसार यदि 30 में से किसी भी एक देश पर हमला होता है तो सभी देश एक साथ मिलकर यह लड़ाई लड़ेंगे हालांकि यूक्रेन अभी तक नाटो का सदस्य नहीं बना है और NATO ही इस युद्ध की मुख्य वजह है।
नाटो के कुल 30 दिन इतने ज्यादा पावरफुल है कि अगर वह एक साथ पुरुष पर हमला करते हैं तो रूस उनका मुकाबला नहीं कर पाएगा और यदि कोई देश रूस का साथ देता है तो उसके साथ तीसरे विश्वयुद्ध की शुरुआत हो जाएगी जो मानवता के लिए एक बुरी खबर है।
फिलहाल रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है और वहां मौजूद कुछ रिपोर्टर्स ने इसकी फोटो और वीडियो भी शेयर की है यूक्रेन कीव, डोनबास, ओडेसा समेत कई इलाकों से धमाके की आवाज़ सुनाई दी है।
आइए जानते हैं वह 30 देश कौन-कौन से हैं जो वर्तमान में नाटो के सदस्य हैं।
- अल्बानिया (2009)
- बेल्जियम (1949)
- बुल्गारिया (2004)
- कनाडा (1949)
- क्रोएशिया (2009)
- चेक गणराज्य (1999)
- डेनमार्क (1949)
- एस्टोनिया (2004)
- फ्रांस (1949)
- जर्मनी (1955)
- ग्रीस (1952)
- हंगरी (1999)
- आइसलैंड (1949)
- इटली (1949)
- लात्विया (2004)
- लिथुआनिया (2004)
- लक्जमबर्ग (1949)
- मोंटेनेग्रो (2017)
- नीदरलैंड्स (1949)
- नॉर्थ मेसेडोनिया (2020)
- नॉर्वे (1949)
- पोलैंड (1999)
- पुर्तगाल (1949)
- रोमानिया (2004)
- स्लोवाकिया (2004)
- स्लोवेनिया (2004)
- स्पेन (1982)
- तुर्की (1952)
- यूके (1949)
- यूएस (1949)