झुंझुनू, राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र में स्थित एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक शहर है। यह शहर अपनी हवेलियों, बाउलियों, और मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। झुंझुनू के बारे में कुछ विशेष तथ्य:
- हवेलियाँ झुंझुनू में कई सुंदर और कलात्मक हवेलियाँ हैं जो शेखावाटी की रंग-बिरंगी भित्ति चित्रों और सुंदर नक्काशी के लिए मशहूर हैं। ये हवेलियाँ आमतौर पर स्थानीय व्यापारी परिवारों द्वारा बनवाई गई थीं।
- रानी सती मंदिर यह एक प्रसिद्ध मंदिर है जो मां रानी सती को समर्पित है। यह मंदिर अपने विशाल प्रांगण और सुंदर मूर्तिकला के लिए जाना जाता है।
- खेतड़ी महल इसे ‘विंड पैलेस’ भी कहा जाता है और यह अपनी अनोखी वास्तुकला और हवा के अद्भुत प्रवाह के लिए मशहूर है। इसका निर्माण भोपाल सिंह ने 1770 के दशक में करवाया था।
- बावड़ी (स्टेपवेल्स) झुंझुनू में कई प्राचीन बावड़ियाँ हैं जो पुराने समय में पानी के संचय के लिए बनाई गई थीं। ये बावड़ियाँ अपनी अद्भुत कलाकारी के लिए प्रसिद्ध हैं।
- मुकुंदगढ़ यहाँ एक प्रसिद्ध किला स्थित है जो शेखावाटी क्षेत्र की विरासत को दर्शाता है।
- मोदी और तिब्रेवाला हवेलियाँ ये हवेलियाँ भी अपनी अद्भुत भित्ति चित्रों के लिए प्रसिद्ध हैं।
झुंझुनू अपने समृद्ध विरासत और जीवंत संस्कृति के लिए जाना जाता है, और यह शहर राजस्थान के इतिहास और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
झुंझुनू में और भी कई महत्वपूर्ण स्थान और आकर्षण हैं जो देखने लायक हैं:
- कन्हैया लाल बागला हवेली यह एक प्रमुख हवेली है जो अपनी वास्तुकला और भित्ति चित्रों के लिए प्रसिद्ध है।
- बिरला संग्रहालय यह संग्रहालय बिरला परिवार द्वारा स्थापित किया गया था और इसमें शेखावाटी क्षेत्र के इतिहास और संस्कृति से संबंधित वस्त्र, कलाकृतियाँ, और अन्य महत्वपूर्ण वस्तुएँ प्रदर्शित की गई हैं।
- अठवा पथर सती मंदिर यह एक धार्मिक स्थल है जो अपनी प्राचीनता और श्रद्धालुओं के बीच मान्यता के लिए जाना जाता है।
- सोनिया बाग यह एक सुंदर उद्यान है जहाँ लोग पिकनिक मनाने और आराम करने आते हैं।
- बुडानिया छत्री यह एक सुंदर स्मारक है जो अपनी वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है।
- सती चौरा मंदिर यह मंदिर भी स्थानीय श्रद्धालुओं के बीच काफी प्रसिद्ध है और यहाँ विभिन्न धार्मिक आयोजन होते रहते हैं।
- मनदीर वर्ल्ड स्कूलीलोजी म्यूजियम यह एक अनूठा संग्रहालय है जहाँ विभिन्न प्रकार के खिलौने और शिक्षा संबंधी वस्त्र संग्रहित हैं।
- माँ सिंहवाहिनी धाम यह एक प्रमुख धार्मिक स्थल है जो माँ सिंहवाहिनी को समर्पित है।
- हनुमान जी का मंदिर यह मंदिर हनुमान जी को समर्पित है और यहाँ हर मंगलवार और शनिवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
झुंझुनू न केवल अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए बल्कि अपने धार्मिक और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए भी प्रसिद्ध है। यह शहर पर्यटकों और इतिहास प्रेमियों के लिए एक आदर्श गंतव्य है।
झुंझुनू जिले में कई शहर और कस्बे हैं जो अपने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध हैं। इनमें से कुछ प्रमुख स्थान निम्नलिखित हैं:
- मंडावा मंडावा अपने भव्य हवेलियों और किलों के लिए जाना जाता है। यह शेखावाटी क्षेत्र की सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में से एक है। यहाँ की हवेलियाँ अपनी भित्ति चित्रकला के लिए प्रसिद्ध हैं।
- नवलगढ़ नवलगढ़ भी अपनी शानदार हवेलियों और भित्ति चित्रों के लिए मशहूर है। यहाँ के रोहिला, पोद्दार, और बीनाणी हवेलियाँ दर्शनीय हैं।
- पिलानी पिलानी भारत के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में से एक, बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (BITS) के लिए प्रसिद्ध है। यह शिक्षा और अनुसंधान का एक प्रमुख केंद्र है।
- दुंडलोड दुंडलोड अपनी सुंदर हवेलियों, किलों और स्थानी पर्यटक आकर्षणों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ का दुंडलोड किला और गोयनका हवेली प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं।
- सूरजगढ़ यह कस्बा अपने किलों और हवेलियों के लिए प्रसिद्ध है। सूरजगढ़ किला यहाँ का मुख्य आकर्षण है।
- खेतड़ी खेतड़ी अपने ऐतिहासिक किलों और राजपूत वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ का खेतड़ी महल और बावड़ी दर्शनीय स्थल हैं।
- बिसाऊ यह स्थान भी अपने प्राचीन किलों और हवेलियों के लिए जाना जाता है। बिसाऊ किला और यहाँ की पुरानी हवेलियाँ प्रमुख आकर्षण हैं।
- बगड़ यह कस्बा भी अपनी प्राचीन हवेलियों और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की पुरानी हवेलियाँ और मंदिर दर्शनीय हैं।
ये सभी स्थान झुंझुनू जिले के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को समृद्ध करते हैं और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं।
राजनीतिक दृष्टि से झुंझुनू राजस्थान के प्रमुख जिलों में से एक है और यहाँ की राजनीति में महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है। झुंझुनू की राजनीतिक परिदृश्य के कुछ मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:
- लोकसभा क्षेत्र झुंझुनू एक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है, जो भारतीय संसद में प्रतिनिधित्व करता है। यहाँ के सांसद विभिन्न राजनीतिक दलों से चुने जाते रहे हैं। इस क्षेत्र का राजनीतिक महत्व इसलिए भी अधिक है क्योंकि यहाँ के चुनाव परिणाम राज्य और राष्ट्रीय राजनीति पर असर डालते हैं।
- विधानसभा क्षेत्र झुंझुनू जिले में कई विधानसभा क्षेत्र हैं जैसे झुंझुनू, मंडावा, नवलगढ़, पिलानी, सूरजगढ़, खेतड़ी, आदि। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने जाते हैं जो राज्य विधानसभा में जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- प्रमुख राजनीतिक दल झुंझुनू जिले में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) मुख्य राजनीतिक दल हैं। इन दोनों दलों के बीच यहाँ कड़ी टक्कर होती है। इसके अलावा, अन्य क्षेत्रीय दल भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं।
- प्रमुख राजनेता झुंझुनू जिले ने कई प्रमुख राजनेताओं को जन्म दिया है जिन्होंने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इनमें सांसद, विधायक और विभिन्न सरकारी पदों पर नियुक्त राजनेता शामिल हैं।
- स्थानीय राजनीति जिले में स्थानीय निकाय चुनाव भी महत्वपूर्ण होते हैं, जिनमें पंचायत, नगर परिषद और नगर पालिका के सदस्य चुने जाते हैं। ये स्थानीय निकाय जिले के विकास और प्रशासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- राजनीतिक जागरूकता झुंझुनू जिले में लोगों की राजनीतिक जागरूकता काफी अधिक है। यहाँ के लोग चुनाव में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं और अपने जनप्रतिनिधियों से क्षेत्र के विकास और समस्याओं के समाधान की उम्मीद करते हैं।
- विकास मुद्दे झुंझुनू की राजनीति में विकास के मुद्दे हमेशा प्रमुख रहते हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे का विकास, पानी की समस्या और कृषि से संबंधित मुद्दे चुनावी एजेंडे में प्रमुखता से शामिल होते हैं।
- जातिगत राजनीति राजस्थान के अन्य हिस्सों की तरह, झुंझुनू की राजनीति में भी जातिगत समीकरण महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यहाँ के चुनावों में जातिगत प्रभाव को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
इन सब बातों के चलते झुंझुनू जिले का राजनीतिक परिदृश्य काफी गतिशील और महत्वपूर्ण है, जो राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव डालता है।
झुंझुनू जिला सैनिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसे “वीरों की धरती” के नाम से भी जाना जाता है। इस जिले ने भारतीय सशस्त्र बलों में अनेक वीर सैनिक और अधिकारी प्रदान किए हैं। सैनिक दृष्टि से झुंझुनू की भूमिका के कुछ मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:
- भारतीय सेना में योगदान झुंझुनू जिले के हजारों युवक भारतीय सेना, वायुसेना, और नौसेना में सेवा कर रहे हैं। यहाँ के लोग देशभक्ति और सैन्य सेवा के प्रति अत्यधिक समर्पित हैं।
- परमवीर चक्र विजेता झुंझुनू जिले ने भारतीय सेना को परमवीर चक्र विजेता सूबेदार जोगिंदर सिंह जैसे वीर सपूत दिए हैं। उनके अदम्य साहस और बलिदान की गाथा पूरे देश में प्रसिद्ध है।
- अन्य सैन्य सम्मान जिले के कई सैनिकों को वीरता पुरस्कार जैसे महावीर चक्र, वीर चक्र, सेना मेडल आदि से सम्मानित किया गया है। ये सम्मान उनके शौर्य और बलिदान के प्रतीक हैं।
- सैनिक कल्याण बोर्ड झुंझुनू में सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए सैनिक कल्याण बोर्ड सक्रिय रूप से काम करता है। यह बोर्ड पूर्व सैनिकों और शहीद सैनिकों के परिवारों को सहायता प्रदान करता है।
- सैनिक स्कूल जिले में सैनिक स्कूल और प्रशिक्षण संस्थान भी हैं जो युवाओं को सैन्य सेवाओं के लिए तैयार करते हैं। ये स्कूल छात्रों को शारीरिक, मानसिक, और शैक्षिक रूप से तैयार करते हैं।
- सैनिक परिवारों का योगदान झुंझुनू जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कई परिवार ऐसे हैं जिनके सदस्य पीढ़ी दर पीढ़ी भारतीय सेना में सेवा करते आ रहे हैं। यह पारिवारिक परंपरा यहां के सैनिकों की दृढ़ता और देशभक्ति को दर्शाती है।
- शहीद स्मारक जिले में विभिन्न स्थानों पर शहीद स्मारक बनाए गए हैं, जो यहाँ के वीर सैनिकों की स्मृति में स्थापित किए गए हैं। ये स्मारक उनके बलिदान को सम्मानित करते हैं और नई पीढ़ी को प्रेरित करते हैं।
- सैन्य रैलियाँ और भर्ती कैंप झुंझुनू में नियमित रूप से सैन्य रैलियाँ और भर्ती कैंप आयोजित किए जाते हैं, जिससे युवाओं को भारतीय सेना में शामिल होने का अवसर मिलता है।
- सेवानिवृत्त सैनिकों की सक्रियता यहाँ के सेवानिवृत्त सैनिक भी सामाजिक और सामुदायिक सेवाओं में सक्रिय भूमिका निभाते हैं। वे अपनी अनुभव और ज्ञान का उपयोग समाज के उत्थान में करते हैं।
झुंझुनू जिले का भारतीय सेना और सैन्य सेवाओं में योगदान अति महत्वपूर्ण है। यहाँ की वीर भूमि ने हमेशा देश की रक्षा और सम्मान में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
शिक्षा की दृष्टि से झुंझुनू जिले की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण और प्रतिष्ठित है। यह जिला शिक्षा के क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट योगदान और उच्च शैक्षिक संस्थानों के लिए जाना जाता है। शिक्षा की दृष्टि से झुंझुनू की भूमिका के कुछ मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:
- बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (BITS), पिलानी पिलानी में स्थित BITS एक विश्व-प्रसिद्ध शैक्षिक संस्थान है जो इंजीनियरिंग, विज्ञान, प्रबंधन, और मानविकी में उच्च शिक्षा प्रदान करता है। यह संस्थान झुंझुनू जिले की शिक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और पूरे देश के छात्रों को आकर्षित करता है।
- सीबीएसई और आरबीएसई स्कूल झुंझुनू में कई प्रतिष्ठित स्कूल हैं जो केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) और राजस्थान बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (RBSE) से मान्यता प्राप्त हैं। ये स्कूल उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
- कौशल विकास केंद्र जिले में विभिन्न कौशल विकास केंद्र और आईटीआई (Industrial Training Institutes) हैं जो युवाओं को तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करते हैं। ये केंद्र स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसरों के लिए तैयार करते हैं।
- उच्च शिक्षा संस्थान झुंझुनू में कई कॉलेज और विश्वविद्यालय हैं जो विभिन्न विषयों में उच्च शिक्षा प्रदान करते हैं। इनमें कला, विज्ञान, वाणिज्य, प्रबंधन, और तकनीकी शिक्षा के कॉलेज शामिल हैं।
- महिला शिक्षा झुंझुनू जिले में महिला शिक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है। यहाँ कई महिला महाविद्यालय और स्कूल हैं जो लड़कियों को उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान करते हैं। इससे क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलता है।
- शैक्षिक उत्कृष्टता झुंझुनू के छात्रों ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न परीक्षाओं और प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। यह जिले की शैक्षिक गुणवत्ता और शिक्षकों की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
- साक्षरता दर झुंझुनू जिले की साक्षरता दर राजस्थान के अन्य जिलों की तुलना में उच्च है। यह जिले में शिक्षा के प्रति जागरूकता और लोगों की संजीदगी को दर्शाता है।
- प्रशिक्षण और कार्यशालाएँ जिले में नियमित रूप से शिक्षकों और छात्रों के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम और कार्यशालाएँ आयोजित की जाती हैं, जो शैक्षिक गुणवत्ता को बढ़ाने में सहायक होती हैं।
- सामुदायिक सहयोग शिक्षा के क्षेत्र में सामुदायिक सहयोग भी महत्वपूर्ण है। कई एनजीओ और सामाजिक संगठनों ने शिक्षा के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
शिक्षा की दृष्टि से झुंझुनू जिला न केवल राजस्थान में बल्कि पूरे देश में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यहाँ की उच्च शिक्षा संस्थान, उत्कृष्ट स्कूल, और शिक्षा के प्रति लोगों की जागरूकता ने इस जिले को शिक्षा के क्षेत्र में एक अग्रणी स्थान पर स्थापित किया है।
झुंझुनू जिले में महिला शिक्षा के क्षेत्र में काफी प्रगति हुई है और यह क्षेत्र महिला साक्षरता और शिक्षा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यहाँ महिला शिक्षा और साक्षरता दर के कुछ प्रमुख बिंदु निम्नलिखित हैं:
महिला शिक्षा
- महिला महाविद्यालय और स्कूल झुंझुनू जिले में कई महिला महाविद्यालय और स्कूल हैं जो लड़कियों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करते हैं। इन संस्थानों में विज्ञान, कला, वाणिज्य, और अन्य विषयों में उच्च शिक्षा दी जाती है।
- नवोदय विद्यालय और केंद्रीय विद्यालय जिले में नवोदय विद्यालय और केंद्रीय विद्यालय जैसे प्रतिष्ठित शैक्षिक संस्थान भी हैं, जो लड़कियों को उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान करते हैं।
- बालिका शिक्षा प्रोत्साहन योजनाएँ राज्य और केंद्रीय सरकार की विभिन्न योजनाएँ, जैसे कि ‘बालिका शिक्षा प्रोत्साहन योजना’, जिले में लागू की गई हैं, जो लड़कियों की शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए आर्थिक सहायता और अन्य सुविधाएँ प्रदान करती हैं।
- आँगनवाड़ी और प्रारंभिक शिक्षा प्रारंभिक शिक्षा के लिए आँगनवाड़ी केंद्रों का भी महत्वपूर्ण योगदान है। ये केंद्र छोटे बच्चों, विशेष रूप से लड़कियों की शिक्षा और पोषण के लिए महत्वपूर्ण हैं।
- महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम विभिन्न एनजीओ और सरकारी कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण के लिए काम कर रहे हैं, जो लड़कियों की शिक्षा और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मदद करते हैं।
साक्षरता दर
झुंझुनू जिले की साक्षरता दर राजस्थान के अन्य जिलों की तुलना में अधिक है। 2011 की जनगणना के अनुसार, जिले की कुल साक्षरता दर लगभग 74.72% थी। इस साक्षरता दर में पुरुषों की साक्षरता दर 88.12% और महिलाओं की साक्षरता दर 60.88% थी।
हालांकि 2021 की जनगणना के अद्यतन आंकड़े अभी उपलब्ध नहीं हैं, यह माना जा सकता है कि पिछले एक दशक में साक्षरता दर में सुधार हुआ होगा, विशेषकर महिला साक्षरता में, क्योंकि विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी प्रयासों के माध्यम से महिला शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है।
प्रमुख चुनौतियाँ और समाधान
- सामाजिक बाधाएँ पारंपरिक और रूढ़िवादी सोच के कारण कुछ क्षेत्रों में अभी भी लड़कियों की शिक्षा में बाधाएँ आती हैं। इसे दूर करने के लिए जागरूकता अभियान और समुदाय के साथ मिलकर काम करना आवश्यक है।
- आर्थिक समस्याएँ आर्थिक समस्याओं के कारण कई बार लड़कियों को शिक्षा से वंचित रहना पड़ता है। इसके समाधान के लिए छात्रवृत्ति और आर्थिक सहायता योजनाएँ महत्वपूर्ण हैं।
- शैक्षिक संस्थानों की उपलब्धता ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षिक संस्थानों की कमी हो सकती है। इसे दूर करने के लिए शिक्षा के बुनियादी ढांचे में सुधार करना आवश्यक है।
कुल मिलाकर, झुंझुनू जिले में महिला शिक्षा में काफी प्रगति हुई है और इसे और बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
झुंझुनू जिला, राजस्थान, कई प्रमुख उद्योगपतियों का जन्मस्थान है, जिन्होंने विभिन्न उद्योगों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इन उद्योगपतियों ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। यहाँ कुछ प्रमुख उद्योगपतियों के नाम और उनके योगदान का विवरण दिया गया है:
- घनश्याम दास बिड़ला (G.D. Birla)
- उद्योग बिड़ला समूह
- योगदान घनश्याम दास बिड़ला भारतीय उद्योग के प्रमुख स्तंभों में से एक थे। उन्होंने बिड़ला समूह की स्थापना की, जो आज विभिन्न क्षेत्रों जैसे सीमेंट, टेक्सटाइल, एल्यूमीनियम, और वित्तीय सेवाओं में सक्रिय है। उनकी विरासत ने भारतीय उद्योग को एक नई दिशा दी।
- बसंत कुमार बिड़ला (B.K. Birla)
- उद्योग बिड़ला समूह
- योगदान B.K. Birla ने अपने पिता घनश्याम दास बिड़ला की विरासत को आगे बढ़ाया और बिड़ला समूह के विभिन्न उपक्रमों को विकसित किया। वे शिक्षा और परोपकार में भी सक्रिय रहे।
- कुमार मंगलम बिड़ला
- उद्योग आदित्य बिड़ला समूह
- योगदान कुमार मंगलम बिड़ला आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष हैं। उनके नेतृत्व में, समूह ने वैश्विक स्तर पर विस्तार किया और सीमेंट, धातु, खनन, कपड़ा, और वित्तीय सेवाओं में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया।
- शिव नारायण अग्रवाल
- उद्योग Jindal Steel and Power Limited (JSPL)
- योगदान शिव नारायण अग्रवाल, झुंझुनू जिले के प्रसिद्ध उद्योगपति हैं, जिन्होंने JSPL की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका योगदान भारतीय इस्पात और ऊर्जा क्षेत्र में महत्वपूर्ण है।
- ओम प्रकाश जिंदल (O.P. Jindal)
- उद्योग जिंदल समूह
- योगदान ओ.पी. जिंदल ने जिंदल समूह की स्थापना की और इस्पात, ऊर्जा, और बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में इसे अग्रणी बनाया। उनकी विरासत को उनके बेटे और अन्य परिवार के सदस्य आगे बढ़ा रहे हैं।
- एस.के. बिड़ला
- उद्योग बिड़ला समूह
- योगदान*: एस.के. बिड़ला ने बिड़ला समूह के विभिन्न उपक्रमों को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे उद्योग और परोपकार में सक्रिय रहे हैं।
ये प्रमुख उद्योगपति झुंझुनू जिले की धरती से उठकर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित बने। उनके योगदान ने न केवल भारतीय उद्योग को समृद्ध किया बल्कि समाज के विभिन्न पहलुओं में भी महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है।