दोस्तों श्रीमद भागवत गीता ऐसे ग्रन्थ है जिसे अगर आप एक बार पढ़ लेते हैं तो आप अपने पूरे जीवन में ना तो कभी निराश्रित होंगे और ना कभी असफल होंगे क्योंकि इसके सारे श्लोक मोटिवेशन से भरे हुए हैं तो आज की इस पोस्ट में हमने आपके लिए भागवत गीता से कुछ बेहतरीन मोटिवेशनल कोट्स कलेक्ट किए। यकीनन आपको यह सभी मोटिवेशनल कोट्स जरूर पसंद आएंगे।
Bhagavad Gita Motivational quotes
कर्म के बिना फल की अभिलाषा करना, व्यक्ति की सबसे बड़ी मूर्खता है।
नरक के तीन द्वार होते है, वासना, क्रोध और लालच।
जिस प्रकार अग्नि स्वर्ण को परखती है, उसी प्रकार संकट वीर पुरुषों को।
इंसान का सबसे बड़ा मित्र और शत्रु उसका मन होता है
जो मोक्ष और बंधन दोनों का कारण बनता है।
सफलता जिस ताले में बंद रहती है वह दो चाबियों से खुलती है। एक कठिन परिश्रम और दूसरा दृढ संकल्प
मनुष्य को परिणाम की चिंता किए बिना, लोभ- लालच बिना एवं निस्वार्थ और निष्पक्ष होकर अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।
इस पूरे ब्रह्मांड में आत्मा ही वह परम तत्व है जिसे कोई शस्त्र काट नहीं सकता कोई आग जला नहीं सकती और कोई हवा सुखा नहीं सकती
Bhagavad Geeta Motivation in Hindi
जो हमेशा संदेह करता रहता है
वह कभी खुश नहीं रह पाता
ऐसा व्यवहार किसी के साथ मत करो
जो स्वयं के लिए योग्य न लगता हो
मैं केवल भगवान का हूँ और भगवान् मेरे है इस भाव के साथ जो व्यक्ति मेरी उपासना करता है वह सुख पाता है।
हर काम को कर्तव्य समझ कर करना चाहिए इससे कर्म बंधन का कारण नहीं बनता और कार्य की गुणवत्ता बढ़ जाती है।
Bhagavad Gita inspirational quotes in Hindi
अच्छे कार्य करने के बावजूद लोग आपके अंदर कमियाँ ज़रुर निकालेंगे इसलिए बिना अन्य लोगों की चिंता किये कर्म को करो
फल की कामना किये बिना जो इंसान निरंतर कर्म करता है
वह सभी बंधनों से सदा मुक्त रहता है।
मनुष्य को दुःख या सुख मिलने के मूल कारण उसके पूर्व जन्म के कर्म ही होते है, भूतकाल में जो कुछ हुआ वह अप्रिय होने के बाद भी वह अच्छा हुआ और आगे जो कुछ भी होगा वह अच्छा ही होगा
प्रेम वह है जो मनुष्य के अंतर्मन में प्रसन्नता का संचार कर सके
प्रेम वह है जिसमें इंसान खुद को खो दे
असफलता मात्र सफलता का सही रास्ता दिखाने आती है
अशांत मन को काबू में करना कठिन है,
लेकिन अभ्यास से इसे काबू करना आसान है।
जो इंसान अपने कर्म में प्रसन्नता खोज लेता है,
वह चिंता के वश में नहीं आता है।।
मनुष्य अपने धारणाओं से बनता हैं अर्थात मनुष्य स्वयं के बारे में जैसा सोचता है, वह वैसा ही बन जाता है।
तो दोस्तों आपको भागवत गीता के मोटिवेशनल कोट्स कैसे लगे हमें कमेंट में लिखकर जरूर बताना। यह पोस्ट हमने बहुत ही ध्यान पूर्वक लिखी है अगर फिर भी हमसे कोई गलती हो जाती है तो आप वह हमें कमेंट में लिख कर बता सकते हैं हम तुरंत उसमें सुधार करेंगे