मोबाइल फ़ोन आजकल हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन चुका है, जो भी व्यक्ति स्मार्टफोन चलाते है, अगर उनके पास से कुछ देर के लिए उनका स्मार्टफोन हटा दिया जाए तो उस आदमी की बेचैनी देखी जा सकती है। हर व्यक्ति अपने साथ उन तमाम जगहों पर स्मार्टफोन अपने साथ रखता है, जहां वह अपना सबसे ज्यादा समय व्यतीत करता हो चाहे वह ऑफिस हो, कॉलेज हो, पार्टी में हो, स्कूल हो या घर पर ही क्यों ना हो। लेकिन उस दिल अज़ीज़ स्मार्टफोन की अहमियत उतने समय तक की रहती है, जब तक उस स्मार्टफोन की बैटरी खत्म ना हो, बैटरी खत्म हो जाने के बाद वह स्मार्टफोन एक डब्बे के सिवा और कुछ नहीं होता है, इसके लिए हमें यह पहले से ही सुनिश्चित करना पड़ता है, कि हमारे स्मार्टफोन की बैटरी जल्दी खत्म ना हो जाए।
फोन की बैटरी खत्म होने के कारण
कुछ साल पहले तक स्मार्टफोन का चलन इतना ज्यादा नहीं था, क्योंकि उस समय सिर्फ कीपैड वाले फोन लोगों के पहुंच पर थे, और कीपैड वाले फोन में इतने सारे फंक्शन नहीं होते हैं, जो बैटरी की ज्यादा खपत कर सके। लेकिन जैसे-जैसे कीपैड वाले फोन की जगह स्मार्टफोन ले लिया तब से बैटरी बैकअप की समस्या ज्यदा बढ़ गई है, और खास करके अगर आपका स्मार्टफोन एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम का है, तब तो इसमें बैटरी बैकअप की ज्यादा दिक्कत आती है, क्योंकि एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम आपको बहुत सारे फीचर देता है और जाहिर सी बात है, जिस स्मार्ट फोन में ज्यादा फीचर हो और वो एक साथ चल रहा हो तो उसकी बैटरी बैकअप की समस्या उत्पन्न हो ही जाएगी। ऐसे में यूजर को बार-बार अपना स्मार्टफोन घर मे या आफिस में चार्ज करना पड़ता है या फिर अगर पूरे दिन कहीं बाहर रहना पड़े तो मोबाइल चार्जर को साथ में लेकर चलना पड़ता है।
इन सब समस्याओं को देखते हुए आज हम आपको बताने जा रहे हैं, कि आप अपने स्मार्टफोन की बैटरी बैकअप को कैसे बढ़ा सकते हैं और यह भी सुनिश्चित कर सकते हैं, कि आपकी स्मार्टफोन की बैटरी जल्दी खत्म ना हो।
फोन की बैटरी कैसे बचाएं
- डिस्प्ले ब्राइटनेस लेवल – स्मार्टफोन की बैटरी सबसे ज्यादा ब्राइटनेस लेवल में ही खर्च होती है, आजकल हर स्मार्ट फोन में ऑटोमेटिक ब्राइटनेस लेवल कंट्रोल करने का फीचर रहता है, लेकिन ऑटोमेटिक ब्राइटनेस लेवल आपके स्मार्टफोन की बैटरी लाइफ कम कर देता है, क्योंकि ऑटोमेटिक में जो ब्राइटनेस लेवल स्मार्टफोन को मिलते हैं, वह ज़रूरत से ज्यादा होती है, जिससे कि आपने स्मार्टफोन की बैटरी जल्दी डाउन हो जाती है। इसके लिए कभी भी ऑटोमेटिक ब्राइटनेस लेवल चालू नहीं रखें हमेशा अपने इस्तेमाल के अनुरूप अपने से ही ब्राइटनेस लेवल तय करें। अपने फ़ोन को ना करने दे।
- पावर सेविंग – आजकल के सभी नए स्मार्टफोन में पावर सेविंग का ऑप्शन आता है तो आप अपने मोबाइल का पावर सेविंग ऑप्शन ऑन करके अपनी बैटरी को काफी हद तक बचा सकते हैं। पावर सेविंग में आपका स्मार्टफोन आपको कुछ फालतू फीचर्स इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देता है जिस कारण आपकी बैटरी बहुत कम खर्च होती हैं।
- रैम मेमोरी को खाली रखे – हम लोग जब स्मार्टफोन को यूज़ करते हैं, तो कई कई सारी एप्लीकेशन विंडो पर एक साथ काम करते हुए स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन जब हम इसका इस्तेमाल नही कर रहे होते है, तब भी यह सारी एप्लीकेशन आपके स्मार्टफोन के बैकग्राउंड में चलती रहती है, जिससे कि एक समस्या तो आपका स्मार्टफोन स्लो हो जाता है, और दूसरा आपके स्मार्टफोन की बैटरी ज्यादा खर्च होती है, जिससे बैटरी जल्दी डिस्चार्ज होने लगती है, इसके लिए जब भी कभी भी आप अपने स्मार्टफोन का इस्तेमाल बंद करें जो बैकग्राउंड में चल रही है, सारी एप्लीकेशन को बंद कर दें।
- वायरलेस फीचर बंद करके रखें – ब्लूटूथ, वाई-फाई, ऑटो सिंक और जीपीएस चालू रहने पर स्मार्ट फोन की बैटरी सबसे ज्यादा खर्च होती है, जब कभी भी इन फीचर के इस्तेमाल की जरूरत ना हो तो इसे बंद करके रखें, यह स्मार्ट फोन की बैटरी बचाने का यह काफी अच्छा तरीका है, जब कभी भी आप अपने स्मार्टफोन का इस्तेमाल ना कर रहे हो या इन फीचर का इस्तेमाल ना कर रहे हो तो इसे जरूर बंद कर दे।
- चार्जिंग का समय – स्मार्टफोन की बैटरी के चार्जिंग का समय हमेशा ध्यान रखें, कभी भी आपका स्मार्टफोन पूरी तरह से डिस्चार्ज ना करे, जब कुछ प्रतिशत बैटरी रह जाए उसी समय दुबारा बैटरी को चार्ज में लगा दे, बैटरी बैकअप को बढ़ाने के लिए यह भी जरूरी होता है, कि स्मार्टफोन की बैटरी को पूरा 100% चार्ज ना करें। इन दोनों बातों पर ध्यान देने से आपके स्मार्टफोन की बैटरी लाइफ बढ़ती है।
- फ्लाइट मोड का इस्तेमाल करें – अगर आप ऐसी जगह पर हो जहाँ नेटवर्क नहीं है, तो आपको फ्लाइट मोड ओन कर लेना चाहिए। ऐसी जगह पर बार बार आपका फ़ोन नेटवर्क की तलाश करता है, जिसका बैटरी पर बुरा असर पड़ता है।
- पूरी तरह से चार्ज करने से बेहतर है थोड़ा-थोड़ा चार्ज – फोन को 100% चार्ज करना और फिर उसे 0% करना सही नहीं है। फोन को 100% चार्ज करने से फोन हाई लेवल स्ट्रेस में चला जाता है, जिससे बैटरी के साइक्लिंग पर बुरा असर परता है। फ़ोन की बैटरी को जितना हो सके 30-80% के बीच ही रखना चाहिए।
- कम सिग्नल में बात न करे – हमेशा यह ध्यान रखें कि आपके स्मार्टफोन से टेलीकॉम ऑपरेटर का कितना प्रतिशत सिग्नल आ रहा है, कम सिग्नल में स्मार्टफोन से बात करने से और इंटरनेट डेटा इस्तेमाल करने से हमेशा बचे, क्योंकि जब कभी भी टेलीकॉम ऑपरेटर का सिग्नल कम रहता है, तो आपके स्मार्टफोन उस सिग्नल को ढूंढने में लग जाता है, जिससे की आपके स्मार्टफोन की बैटरी जल्दी डाउन होने लगती है। जब कभी भी आपको फोन या इंटरनेट डेटा का इस्तेमाल नहीं करना हो तो अपने स्मार्टफोन को एरोप्लेन मोड पर लगा दें जिससे कि आपकी बैटरी काफी ज्यादा देर तक चलेगी।
- लोकेशन ट्रैकिंग को बंद कर दें – हाल ही में आये एक रिपोर्ट ने दावा किया है, की फेसबुक जैसे एप्पलीकेशन आपके बैटरी को जल्द ही खत्म कर देती है। क्योंकि यह बार-बार जीपीएस मॉड्यूल का इस्तेमाल करके यूज़र की लोकेशन जानता रहता है। ऐसे में जिन ऐप को आपके लोकेशन की ज़रूरत नहीं है, उनके लोकेशन ट्रैकिंग को ऑफ कर देने से ज़रूर मदद मिलेगी।
इन सबके अलावा स्क्रीन टाइम आउट, चार्ज करते समय बात करने से बचना, लोकल चार्जर और लोकल बैटरी स्मार्टफोन में इस्तेमाल न करना, वाइब्रेशन मोड को बंद करके रखना, और भी कई छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देने से एक तो आपके स्मार्टफोन की बैटरी जल्दी डाउन नहीं होगी और बैटरी जल्दी खराब भी नहीं होगी।
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